बिजनौर शहर में विद्यार्थियों के लिए खुला फ्री कोचिंग सेंटर

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बिजनौर शहर में विद्यार्थियों के लिए खुला फ्री कोचिंग सेंटर

जिले के युवाओं को अब प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए फ्री कोचिंग मिलेगी। जिले में कोचिंग सेंटर का शुभारंभ 31 दिसंबर को होगा। शासन ने प्रवेश के लिए अर्ह 400 युवाओं की सूची भेजी है। जिले में युवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। 

युवक सिविल सर्विसेज, मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए मेरठ, दिल्ली, प्रयागराज, लखनऊ, कोटा राजस्थान, चंडीगढ़, देहरादून जाते हैं। अनेक युवा संसाधनों के अभाव में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में शासन ने युवाओं को प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना शुरू की है। योजना में जिला मुख्यालय पर कोचिंग केंद्र खुल गया है। जिसमें युवाओं को फ्री कोचिंग मिलेगी।



कोचिंग सेंटर का आज 31 दिसंबर को शुभारंभ हो गया है । विषय विशेषज्ञ अलग-अलग परीक्षा की तैयारी कराएंगे। सीडीओ केपी सिंह ने बताया कि कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए सूची शासन से आई है। संचालन की जिम्मेदारी समाज कल्याण विभाग को दी गई है। जिला समाज कल्याण अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि कोचिंग सेंटर वर्धमान कॉलेज बिजनौर में चलेगा। कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए 400 युवाओं की सूची शासन से प्राप्त हुई है। 

30 दिसंबर से सूची के अनुसार युवाओं का पंजीकरण शुरू हो गया है। पहले दिन 70-75 युवक आए हैं। ऐसे हुआ है कोचिंग सेंटर के लिए चयन जिला समाज कल्याण अधिकारी आनंद कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत कोचिंग सेंटर में प्रवेश के लिए युवाओं की ऑनलाइन परीक्षा हुई थी। परीक्षा में उत्तीर्ण युवकों की सूची जिले को भेजी गई है। बताया कि शासन से जिले को 400 युवकों की सूची मिली है। युवकों को 30 दिसंबर को पंजीकरण के लिए बुलाया गया था। पंजीकरण शुरू हैं।

पहले भी शुरू हुआ था कोचिंग सेंटर जिले में वर्ष 2017-18 में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए बिजनौर क्लब के पास कोचिंग सेंटर खोला गया था। उस समय जिले में जगतराज डीएम थे। डीएम ने कोचिंग सेंटर के चलाने में दिलचस्पी ली। जिला स्तरीय अधिकारियों को कोचिंग देने के लिए लगाया गया था। प्रशासन ने कोचिंग सेंटर में पंजीकृत युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी पठन पाठन की सामग्री भी उपलब्ध कराई। इसके उत्साह जनक परिणाम भी सामने आए। कुछ युवाओं का विभिन्न राजकीय सेवाओं में चयन हुआ। परंतु डीएम जगतराज के तबादले के कुछ दिन बाद कोचिंग सेंटर बंद हो गया।



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