युवती को जिंदा जलाने वाला सिरफिरा तीन साल से पीछे पड़ा था..

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युवती को जिंदा जलाने वाला सिरफिरा तीन साल से पीछे पड़ा था..

23 अगस्त को घर में सो रही अंकिता को सिरफिरे शाहरुख ने पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी। अंकिता की मौत के बाद से झारखंड के कई शहरों में तनाव है। विपक्ष मामले में हेमंत सोरेन सरकार पर तुष्टिकरण का आरोप लगा रहा है। दुमका डीएसपी मामले में सवालों के घेरे में हैं।


अंकिता - फोटो : सोशल मीडिया

क्या मरने से पहले अंकिता ने घटना को लेकर कोई बयान दिया था? 

मौत से कुछ घंटे पहले ही अंकिता ने अस्पताल में पुलिस को बताया था कि 23 अगस्त की सुबह मैंने अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखी तो मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा कि शाहरुख हाथ में पेट्रोल का केन लेकर मेरे घर की तरफ से भाग रहा है। उस वक्त मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी, आग मेरे शरीर पर लग चुकी थी। 

आरोपी इस वक्त कहां है?

घटना वाले दिन ही आरोपी शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस ने इस घटना को एकतरफा प्यार का मामला बताया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आरोपी शाहरुख तीन साल पहले अप्रैल 2019 में छेनी हथौड़ी लेकर अंकिता के घर में घुस गया था। तब उसने घर में तोड़फोड़ की थी। लोगों ने शाहरुख को पकड़कर पीटा भी था।  मामला पुलिस तक पहुंचा। हालांकि, समझौता हो गया था। इसी महीने 2 अगस्त को भी आरोपी ने पीड़िता के घर की ग्रिल तोड़कर घुसने की कोशिश की थी। 

विपक्ष का क्या आरोप है?

पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा विधायक बाबूलाल मरांडी का आरोप है कि बेहतर इलाज नहीं मिलने के कारण अंकिता की जान गई। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने राज्य सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। दास ने कहा कि एक ओर हेमंत सोरेन सरकार उपद्रवी नदीम को एयर एंबुलेंस से भेजकर सरकारी खर्च पर इलाज करवा रही है। दूसरी ओर झारखंड की बेटी अंकिता को उसी के हाल पर छोड़ दिया गया। 

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि मैं मांग करता हूं कि राज्य सरकार एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करे जो समय पर चार्जशीट दाखिल करे और फैसला समय पर आए ताकि लोगों को कानून पर भरोसा हो और न्याय हो। राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा।

सरकार ने क्या कहा है?

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर के लिखा कि मामला फास्ट ट्रैक में चलेगा। इसकी जांच की प्रोग्रेस रिपोर्ट एडीजी स्तर के अफसर से जल्द मांगी गई है। अंकिता के परिवार को 10 लाख रुपए की मदद देने का भी एलान मुख्यमंत्री किया। 

महिला आयोग ने मांगा जवाब
दुमका में एक युवक द्वारा लड़की को जलाकर मारने की घटना पर महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि ये बेहद दयनीय है, आप महिलाओं को जबरदस्ती शादी के लिए नहीं मनवा सकते हैं और इसलिए उस बच्ची को अपनी जान गंवानी पड़ी। हमने DGP से 7 दिन में रिपोर्ट मांगी है।

दुमका के डीएसपी पर क्यों उठ रहे सवाल?

भाजपा का आरोप है कि इस मामले में दुमका के डीएसपी नूर मुस्तफा ने षड्यंत्र रचा है। उन्होंने शुरू से ही आरोपी शाहरुख का पक्ष लिया।  

अंकिता की मौत के बाद राज्य में तनाव

रविवार सुबह जैसे ही अंकिता की मौत की खबर लोगों को हुई लोग सड़क पर आ गए। घटना के विरोध में लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया। ये लोग आरोपी शाहरुख को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। कई शहरों में तनाव की स्थिति है। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने दुमका में धारा 144 लगा दी है।

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