उसका मुझे छोड़ कर जाना एक वाकया नही अपितु मेरे जीवन का हिस्सा बन चुका है जो सीने में टीस बन आजीवन चुभता रहेगा 🍁

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उसका मुझे छोड़ कर जाना एक वाकया नही अपितु मेरे जीवन का हिस्सा बन चुका है जो सीने में टीस बन आजीवन चुभता रहेगा 🍁

प्यार लिखने वाला हर पुरूष सदैव काल्पनिक बातें ही लिखा करता है। पर कल्पनाएं बस उतनी ही करनी चहिए जितनी से हमें आनंद की प्राप्ति हो,, काल्पनिक जीवन जितना मजेदार होता है उतना दुखद भी,,, काल्पनिकता के बाद वास्तविकता में लौटना अत्यंत दुख देता है।


मैं तुमसे मिलना चाहता हूं, तुम्हें गले लगा कर अपना दर्द  तुम्हारे कंधे पर बहा देना चाहता हूं। हां मैं.. एक और लास्ट बार तुमसे मिलना चाहता हूं। पर अब तुम्हारा क्या भरोसा कब कौन से पल में क्या करो। जब मैं इस दर्द से ऊबने लगता हूं,, थकने लगता हूं,, जब दर्द असहनीय हो जाता है तब मैं अपने रोने के डर से लिखने लगता हूं,,हर वो बात, हर वो वादें जो तुमने कभी मुझसे किये थे इस कलम के सहारे मैं खुलकर अपनी नाराज़गी ज़ाहिर कर लेता हूं। अपनी रूआंसी शक्ल के साथ तुमसे अपने ख्वाबों में इस कदर बात करता हुं की तुमको लगे सब ठीक है। मैंने कभी नहीं चाहा तुम मेरी वजह से खुद को तकलीफ दो, मैंने कभी नहीं चाहा कि तुम भी मेरी वजह से रात रात जागो,,दिन भर मेरा इंतजार करो.. पर जाना ये इश्क़ बड़ा जान लेवा चीज है ये कब अपना हिस्सा लेकर फुर्र हो जाएं स्वयं ईश्वर भी नहीं जानते ।

उसका मुझे छोड़ कर जाना एक वाकया नही अपितु मेरे जीवन का हिस्सा बन चुका है जो सीने में टीस बन आजीवन चुभता रहेगा 🍁

जानती हो अक्कु ये हवाएं कहीं दूर से ही तुम्हारे सांसों की महक को खुद के आगोश में समेटे ले आती है ऐसा लगता है कि तुम्हारी खुशबू लिपट गई हो मेरे सीने से।  अपने आती जाती हर सांस में और अपने अगल बगल बस तुमको ही महसूस करता हूं। हर शाम मैं खुद को तुम्हारे साथ ठहरा  पाता,, बहुत घबरातहट सी होती है पर अब संभाल लेते हैं खुद को। जब मैं तुम्हें सोचता हूं एक अजीब प्रकार की उदासी मुझे चारों ओर से घेर लेती है। खैर अब मैं अब सीख गया बिन आंसू रोना। अब खुश रहने में वो बात नहीं रही जो पहले हुआ करती थी। मेरा दिल बहुत कुछ चाहता है लिखने को पर हर बात यहां तो नहीं लिख सकता न।

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